कुदरते आपेली सौगात छे..मां...!!
अविरत लागणी नो प़वाह छे..मां..!!
देह तो ठीक पण पडछायो छे..मां..!!
रोज नी मारी अादत छे..मां..!!
संबंध नी साथे अहेसास छे..मां..!!
जिवन नी साथे अाधार छे..मां..!!
तसवीर तो ठीक पण मारी तकदीर छे..मां..!!
ममता नी मुरत नी साथे आत्मा छे..मां..!!
शू्न्य होवा छता सवँस्व छे..मां...
-वाला धमिँष्ठाबा...
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