तमन्ना फिर मचल जाये अगर तुम मिलने आ जाओ
ये मौसम भी बदल जाए अगर तुम मिलने आ जाओ
मुझे गम है की मैंने जिंदगी में कुछ नहीं पाया
ये गम दिल से निकल जाए अगर तुम मिलने आ जाओ
ये दुनिया भर झगडे, घर के किस्से, काम की बाते
बला हर एक टल जाये अगर तुम मिलने आ जाओ
नहीं मिलते हो मुझसे तुम तो सब हमदर्द है मेरे
जमाना मुझसे जल जाए अगर तुम मिलने आ जाओ..!!
– 'जावेद अख्तर'...
મેં રસ્તાઓ બદલ્યા, મકાનોય બદલ્યાં ને બદલ્યાં શહેરો ને ચહેરા, રમેશ મરણની લગોલગ ગયો તે છતાંયે ન સાચાં પડ્યાં સ્વપ્ન પણ એકબે - રમેશ પારેખ
આજનો મોરલાનો ટહુકો......
Sunday, January 17, 2016
तुम मिलने आ जाओ
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